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गिलोय
  • गिलोय

गिलोय, जिसे गुडूची भी कहा जाता है, एक आयुर्वेदिक औषधीय बेल है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है और बुखार व डिटॉक्स में सहायक है।

Sun, Aug 17, 2025

गिलोय (टीनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया), जिसे आयुर्वेद में गुडूची या अमृता कहा जाता है, एक आयुर्वेदिक औषधीय बेल है। इसमें प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और शरीर को शुद्ध करने के गुण होते हैं। इसका उपयोग बुखार, पाचन सुधारने, तनाव कम करने और यकृत व गुर्दे के स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। गिलोय का सेवन रस, चूर्ण या काढ़े के रूप में किया जाता है।

गिलोय के बारे में जानकारी

गिलोय (गुडूची) एक औषधीय बेल है जिसका उपयोग आयुर्वेद में सदियों से किया जा रहा है।

स्वास्थ्य लाभ

  • ✅ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है
  • ✅ बुखार और थकान में लाभकारी
  • ✅ यकृत और गुर्दे को शुद्ध करती है
  • ✅ पाचन और मेटाबॉलिज्म को सुधारती है
  • ✅ तनाव कम करती है और ऊर्जा बढ़ाती है

पोषण जानकारी (प्रति 100 ग्राम ताज़ा डंठल)

पोषक तत्वमात्रा
कैलोरी20 किलो कैलोरी
कार्बोहाइड्रेट3.5 ग्राम
रेशा0.6 ग्राम
प्रोटीन2.3 ग्राम
विटामिन C11 मिग्रा
कैल्शियम30 मिग्रा
आयरन1.2 मिग्रा
फॉस्फोरस10 मिग्रा

उपयोग करने के तरीके

  • 🍵 गिलोय का काढ़ा
  • 🥤 गिलोय का रस या अर्क
  • 🌿 गिलोय चूर्ण शहद या पानी के साथ

सावधानियाँ

  • ❗ अधिक सेवन से ब्लड शुगर अत्यधिक कम हो सकता है
  • ❗ गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को बिना परामर्श सेवन नहीं करना चाहिए

रोचक तथ्य

  • 🌿 आयुर्वेद में इसे “अमृता” (अमरत्व का अमृत) कहा जाता है
  • 🌍 बुखार के इलाज में सदियों से प्रयोग
  • 🍵 तुलसी और आंवला के साथ सेवन करने पर और भी प्रभावी

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