
बरगद के पेड़ का दूधिया रस त्वचा को निखारने, घाव भरने और झुर्रियों को कम करने में अद्भुत रूप से सहायक है।
बरगद का दूधिया रस प्रकृति का शीतल और पुनर्यौवन देने वाला उपहार है — यह त्वचा को गहराई से पोषण देता है।
आयुर्वेद में इसे वट वृक्ष कहा गया है। इसके रस को चंदन या गुलाब जल के साथ मिलाकर त्वचा के लिए शीतल लेप तैयार किया जाता था।
बरगद का वृक्ष शक्ति, ज्ञान और स्थिरता का प्रतीक है। इसका दूधिया रस उस अमरत्व की ऊर्जा को हमारी त्वचा तक पहुँचाता है।