
वन जड़ें पाचन स्वास्थ्य का खजाना हैं — पारंपरिक रूप से पेट को शांत करने, पाचन सुधारने और संतुलन बनाए रखने के लिए उपयोग की जाती हैं।
कुछ वन पौधों की जड़ें सदियों से पाचन और आंत स्वास्थ्य का समर्थन करने के लिए पूजनीय रही हैं।
ये प्राकृतिक टॉनिक हैं जो फूलना, अपच और पाचन असंतुलन को कम करने में मदद करती हैं।
हर्बल अर्क:
1️⃣ 5–10 ग्राम सुखाई हुई वन जड़ें (जैसे जंगली अदरक, मुलेठी की जड़, खस की जड़ें) लें।
2️⃣ 2 कप पानी में 10–15 मिनट उबालें।
3️⃣ छानकर गरम एक या दो बार दिन में पिएँ।
पाचन चाय मिश्रण:
वन जड़ें सदियों से आयुर्वेद और जनजातीय प्रथाओं में पाचन स्वास्थ्य बनाए रखने, भूख बढ़ाने और पाचन असुविधा दूर करने के लिए उपयोग होती रही हैं।
ये उपचार सौम्य, सतत और शरीर-मस्तिष्क दोनों में संतुलन लाते हैं।
आज, वन जड़ें हर्बल चाय, डिटॉक्स टॉनिक और वेलनेस अनुष्ठानों में लोकप्रिय हो रही हैं।
इनकी प्राचीन बुद्धिमत्ता आधुनिक जीवनशैली में पाचन, इम्यूनिटी और समग्र संतुलन का समर्थन करती है।