
सहजन जिसे मोरिंगा भी कहा जाता है, एक ऐसा सुपरफूड है जो विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर है।
चाहे तुअर की दाल हो या कोई मिक्स वेज करी, इसमें सहजन के ताजे पत्ते डाल दीजिए। इससे स्वाद बढ़ेगा और पोषण भी मिलेगा। ध्यान रहे कि पत्तों को आखिर में मिलाएं ताकि उनकी तासीर और गुण बरकरार रहें।
ठंड-जुकाम या कमजोरी में सहजन का सूप किसी औषधि से कम नहीं।
बनाने का तरीका: प्याज, लहसुन और अदरक को तेल में भूनें, फिर सहजन के पत्ते और पानी डालकर पकाएं। इसे पीसकर छान लें और गरम-गरम पिएं।
पराठों के शौकीनों के लिए यह बढ़िया विकल्प है। आटे में बारीक कटे सहजन पत्ते, नमक, अजवाइन और थोड़ा तेल डालकर गूंथ लें। फिर पराठे बनाएं और तवे पर सेंकें। यह हेल्दी और स्वादिष्ट दोनों होगा।
सहजन पत्तों की चटनी खाने को खास बना देती है। पत्तों को धनिया, पुदीना, हरी मिर्च और नींबू के रस के साथ पीस लें। यह रोटी, पराठे और चावल सबके साथ मज़ेदार लगती है।
अगर आप चाय का हेल्दी विकल्प ढूंढ रहे हैं तो सहजन की चाय पिएं। पानी में सहजन पत्ते डालकर 5–7 मिनट उबालें। छानकर इसमें नींबू का रस या शहद मिलाएं। यह वेट लॉस में भी मददगार है।
इन पत्तों में विटामिन A, C, कैल्शियम, पोटेशियम और आयरन भरपूर मात्रा में मिलता है। खासकर आयरन की मात्रा पालक से भी अधिक होती है, जिससे एनीमिया दूर करने में मदद मिलती है।
क्वेरसेटिन और क्लोरोजेनिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और डायबिटीज व हार्ट डिजीज जैसी बीमारियों का खतरा कम करते हैं।
मोरिंगा पत्ते ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में सहायक होते हैं और इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाते हैं।
फाइबर से भरपूर ये पत्ते पाचन को आसान बनाते हैं और कब्ज जैसी समस्या से राहत देते हैं। इनके एंटीबैक्टीरियल गुण पेट के संक्रमण को भी रोकते हैं।
विटामिन-C और अन्य पोषक तत्व इम्युनिटी को मजबूत बनाते हैं, जिससे शरीर छोटी-बड़ी बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है।