
नीम तेल सदियों से भारतीय सौंदर्य और उपचार परंपराओं का हिस्सा रहा है — यह त्वचा और बालों को शुद्ध, शांत और पुनर्जीवित करता है।
नीम तेल केवल एक औषधि नहीं बल्कि एक प्राचीन आयुर्वेदिक परंपरा है।
इसका प्रयोग त्वचा को शुद्ध करने, संक्रमण से बचाने और बालों को मज़बूत बनाने में किया जाता है।
नीम वृक्ष को “सर्व रोग निवारिणी” कहा गया है — अर्थात हर रोग को दूर करने वाला।
भारत में इसे शुद्धता, संरक्षण और शांति का प्रतीक माना गया है।
1. शुद्धिकरण फेस ट्रीटमेंट
नीम तेल को नारियल या तिल के तेल में मिलाकर मुहांसों या दाग़ों पर लगाएँ।
यह त्वचा को जीवाणु-मुक्त और कोमल बनाता है।
2. नीम स्नान
स्नान जल में नीम तेल या नीम की पत्तियाँ डालें।
यह त्वचा को संक्रमण और खुजली से बचाता है।
3. रातभर की थेरेपी
नीम तेल को थोड़ा पतला कर के दाग़-धब्बों या फंगल इन्फेक्शन पर रातभर लगाएँ।
यह त्वचा की मरम्मत में सहायक है।
1. नीम तेल से सिर की मालिश
गर्म नीम तेल को नारियल तेल के साथ मिलाकर बालों की जड़ों में मालिश करें।
यह डैंड्रफ कम करता है और बालों को मज़बूत बनाता है।
2. हेयर पैक
नीम तेल, आंवला पाउडर और दही मिलाकर लगाएँ।
यह बालों को पोषण और चमक देता है।
3. नीम जल से कुल्ला
नीम की पत्तियों को उबालकर ठंडा करें और बाल धोने के बाद कुल्ला करें।
यह बालों को प्राकृतिक चमक देता है।
प्राचीन काल में नीम की टहनियों से दाँत साफ़ करना, घर के द्वार पर नीम पत्तियाँ लटकाना
— ये सब शरीर और आत्मा की शुद्धि के प्रतीक माने जाते थे।
आज नीम तेल का प्रयोग ऑर्गेनिक स्किनकेयर, हर्बल कॉस्मेटिक्स और अरोमाथेरेपी में बढ़ रहा है।
इसकी शुद्धता और प्रभावशीलता इसे प्राकृतिक सौंदर्य का एक छिपा ख़ज़ाना बनाती है।