
चंदन का लेप, भारत की प्राचीन सौंदर्य परंपरा का एक अमूल्य हिस्सा है — जो त्वचा को ठंडक, चमक और शांति प्रदान करता है।
भारत की प्राचीन सभ्यता में चंदन को सौंदर्य, शुद्धता और उपचार का प्रतीक माना गया है।
मंद सुगंध और ठंडक देने वाला इसका लेप न केवल त्वचा को निखारता है, बल्कि मन को भी शांति प्रदान करता है।
आयुर्वेद में चंदन को “रक्तशोधक” और “मनःशामक” माना गया है।
इसका उपयोग किया जाता था:
सामग्री:
विधि:
1️⃣ सभी सामग्री को मिलाकर चिकना लेप बना लें।
2️⃣ चेहरे या प्रभावित त्वचा पर 10–15 मिनट लगाएँ।
3️⃣ हल्के गुनगुने पानी से धो लें।
यह लेप त्वचा को ताजगी, निखार और शीतलता प्रदान करता है।
प्राचीन काल में चंदन लेप का प्रयोग धार्मिक अनुष्ठानों, ध्यान, और विशेष रूप से दुल्हन के श्रृंगार में किया जाता था।
माना जाता था कि चंदन की ठंडक नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और चेहरे पर दिव्य आभा लाती है।
आज भी चंदन आधारित फेस पैक, तेल और साबुन सबसे अधिक लोकप्रिय प्राकृतिक उत्पादों में गिने जाते हैं।
यह प्रकृति का ऐसा उपहार है जो त्वचा को सुकून और आत्मा को शांति देता है।